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Friday, 29 July 2016

बिना बंधन के सम्बन्ध: इस खेल के नियम

बिना बंधन के सम्बन्ध: इस खेल के नियम

Open relationship: rules of the game
"किसको पसंद नहीं आता एक अच्छा स्थायी सम्बन्ध और साथ ही बहुत सारे अलग अलग लोगों के साथ सेक्स करने का मौका?" ऐसा पारस का कहना है। पहला, तीन तरफ़ा, इधर उधर झूलता हुआ, भावनातक रूप से भी हट कर...स्वागत है आपका बिना बंधन के संबंधों की इस विशिष्ठ शब्दावली में।
ये अपने खुद के नीजी नियमों से भरी एक ऐसी दुनिया है, जिनका लोग इस्तेमाल करते हैं इन रिश्तों को चलाने के लिए। पारस पिछले चार सैलून से इस बिना बंधन के सम्बन्ध वाले रिश्ते में है। उन्होंने लव मैटर्स को इस खेल के नियमों के बारे में बताया।
पारस (नाम बदला हुआ है) एक 32 साल के थिएटर प्रकटीशनर हैं।
क्या आप तैयार हैं?
बिना बंधन के संबंधों की सबसे ख़ास बात यह है की यह सुनने में बहुत रोमांचक लगते हैं। आखिर किसको अच्छा नहीं लगता की वो एक स्थायी सम्बन्ध के साथ-साथ बहुत सारे और लोगों के साथ सेक्स करने का विकल्प का मज़ा भी उठा सके?
लेकिन इससे पहले की वो यह कदम उठाये, एक फटाफट वाला ईर्ष्या जांच ज़रूर कर लीजिये। क्या आप अपने साथी को किसी और के साथ सेक्स करते हुए सोच सकते हैं? क्या आपको इस बात से फर्क पड़ेगा की आपका साथी/आपकी साथी कोई नया सेक्स साथी ढूंढ़ लें लेकिन आप ना ढूंढ़ पाए तो आपको कैसा लगेगा? अगर आपका सेक्स साथी उसके सेक्स साथी से बेहतर और ज्यादा आकर्षक हो तो?
आप यह क्यूँ चाहते हैं? 
मुझे लगता है की एक पति और एक पत्नी के  संबंधों में यह अपेक्षा रखना की एक व्यक्ति आपकी ज़िन्दगी की सारी ज़रूरतें पूरी कर पायेगा, थोड़ी अवास्तविक सोच है, और बिना बंधनों वाले सम्बन्ध एक अच्छा विकल्प है। तो अगर आप ऐसे बिना बंधन वाले सम्बन्ध में घुसने की कोशिश कर रहे हैं, तो यह ज़रूर जान लीजिये की आप ऐसा क्यूँ करना चाहते हैं।
आप इसके ज़रिये अपनी कौन सी ज़रुरत पूरी करना चाहते हैं? भावनात्मक, शारीरिक, मानसिक? इसका कोई भी जवाब गलत नहीं है लेकिन यह जानना की आप यह क्यूँ चाहते हैं आपकी मदद कर सकता है अपनी अपेक्षाओं को समझने में।
सिर्फ इसलिए की यह सम्बन्ध बिना बंधन के हैं, का मतलब यह नहीं की यह 'कूल' हैं।
मैं जानता हूँ कुछ लोगों को जो यह समझते हैं की बिना बंधन के सम्बन्ध का मतलब यह है की कोई भी कभी भी किसी के भी साथ सेक्स कर सकता है, और किसी को फर्क नहीं पड़ता, लेकिन यह सच नहीं है।
सच्चाई  यह है की आपको बिलकुल साफ़-साफ़ नियम बना लेने चाहिए की 'क्या सही है और क्या नहीं।' उदारण  के तौर पर, क्या रिश्ते में दोनों ही साथी किसी के साथ सो रहे हैं? क्या यह तीन तरफ़ा रिश्ता होगा? क्या इसमें सेक्स भी शामिल है?
बहुत ज़्यादा जानकारी 
अगर आप दोनों बिना बंधन के सम्बन्ध में रहने का सोच लेते हैं तो यह भी सोच लीजिये की कितनी जानकारी एक दूसरे को बताना सही है। रिश्ते बडे पेचीदा होते हैं और जब दो लोगों के होते हुए ही यह इतने पेचीदा होते हैं तो जान लीजिये के और ज़्यादा लोगों के साथ यह रिश्ते कितने पेचीदा हो जायेंगे। और आप अपने किसी भी सम्बन्ध में ग़लतफहमी नहीं चाहते।
आप दोनों को साथ मिलकर यह निर्णय लेना पड़ेगा की आप एक दूसरे के बारे में कितना जानना चाहते है और एक दूसरे से क्या शेयर करेंगे और क्या नहीं। उदारण के तौर पर, अगर आपने लापरवाह प्रेम प्रसंग (अफेयर) करने का निर्णय कर लिया है, क्या आप जानना चाहेंगे की आपके साथी का अफेयर एक्सपीरियंस कैसा रहा है? क्या आप जानना चाहेंगे की आपका साथी /आपकी साथी ने किसी और के साथ कितनी बार सेक्स किया है?
सुरक्षा 
चाहे आप एक लम्बे स्थायी सम्बन्ध में हों या फिर लापरवाह प्रेम प्रसंग वाले रिश्तों में, सबसे ज़्यादा ज़रूरी है की आप कंडोम का इस्तेमाल करें। कंडोम के साथ भी आप सेक्स का उतना ही ले पाएंगे जितना की कंडोम के साथ, और जब आप एक बिना बंधन के सम्बन्ध रखने की सोच लेते हैं, तो आपकी अपने साथी को सुरक्षित रखने की ज़िम्मेदारी और भी बढ़ जाती है।
सुविधापूर्ण दोस्ती
मेरे अनुभव में, अगर आप दोनों बिना बंधन के समबन्ध में रहकर बहुतस अरे दूसरे ओगों के साथ सेक्स का रिश्ता बनाना चाहते हैं तो प्लीज कोशिश करिए आप अपने नीजी दोस्तों  और उनके दोस्तों से दूर ही लोगों को ढूंढे।
इसके पीछे का मकसद है की अपना रिश्ता पूरी तरह शारीरिक रखना। जिन लोगों को आप जानते हैं उन्ही के दोस्तों और जानने वालों से रिश्ता बनाने से आपके प्रमुख रिश्ते पर असर पड़ सकता है

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