थायराइड क्या है
आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में लोग अपनी सेहत के साथ ही खिलवाड़ करते हैं, क्योंकि वे सामान्य समस्याओं को नजरअंदाज करते हैं। कई बार उन्हें अंदाजा भी नहीं होता कि छोटे-छोटे बदलाव कैसे उनके शरीर में बीमारियों की ओर इशारा कर रहे हैं। ऐसी ही एक समस्या थायराइड है। गर्दन में पायी जाने वाली यह ग्रंथि थॉयराक्सिन हॉर्मोन का स्राव करती है, जिससे शरीर को ऊर्जा मिलती है। अगर यह सही तरीके से काम न करे तो कई तरह की समस्यायें हो सकती हैं। आगे की स्लाइड में जानें थॉयराइड से जुड़ी समस्या के लक्षणों के बारे में।
2-थकान होना
सामान्य दिनचर्या के बावजूद भी थकान होने का मतलब है कि आपको कोई न कोई समस्या है, थायराइड के कारण भी यह हो सकता है। हाइपरथायराइडिज्म में आपको अनिद्रा की शिकायत हो सकती हो है जो जिसके कारण दिनभर थकान रहती है। शुरूआत में कम थकान होती है, लेकिन जैसे-जैसे यह समस्या गंभीर होती है, थकान का स्तर बढ़ता जाता है। थकान के कारण बेचैनी भी होती है
3-वजन कम होना
बिना कुछ किये वजन कम होने का मतलब है कि आप किसी बीमारी से ग्रस्त हैं, और थायराइड की समस्या में तेजी से वजन भी कम होने लगता है। जब थायराइड ग्रंथि ओवर एक्टिव हो जाती है यानी हाइपोथायराइडिज्म की समस्या होने पर वजन बढ़ने की बजाय घटने लगता है। क्योंकि यह मेटाबॉलिज्म के स्तर को कम कर देती है जिसके आप जो भी खाते हैं वह ऊर्जा में परिवर्ति नहीं होती है।
4-जोड़ों और मांसपेशियों में दर्द
बिना किसी शारीरिक श्रम के मांसपेशियों व जोडों मे असहनीय दर्द थायराइड के लक्षण हो सकते हैं। यह दर्द लगातार भी हो सकता है, इसके कारण आपकी रोजमर्रा की दिनचर्या प्रभावित होती है। अगर आप सामान्य वजन भी उठाते हैं तो इसके कारण भी मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द होता है। कुछ लोगों को हाथों मे झुनझुनी की शिकायत भी होती है। इसके कारण मांसपेशियों में सूजन भी हो सकती है।
5-गले में सूजन
गले मे सूजन के कारण थायराइड की समस्या साफतौर पर दिखाई देने लगती है। इसके कारण गले में दर्द, आवाज का भारी होना, आदि समस्यायें थायराइड की तरफ इशारा करती है। हांलाकि गले में सूजन का मतलब केवल थॉयराइड ही नहीं होता है, इस तरह की समस्या से थॉयराइड प्रभावित होता है अगर केवल सूजन की समस्या हो तो भी इसे नजरअंदाज न करें।
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बालों और त्वचा में बदलाव
थायराइड की समस्या के कारण त्वचा में बदलाव हो सकते हैं। इसके कारण बालों में बालों में भी बदलाव होते हैं, इनसे बालों का रूखा हो जाना, झड़ना जैसी समस्या होती हैं। त्वचा पर पपड़ी का जमना या बुरी तरह रूखा हो जाना आदि शामिल हैं। सामान्य तौर पर बालों का बढ़ना भी थायराइड ग्रंथि से प्रभावित होता है।
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बालों और त्वचा में बदलाव
थायराइड की समस्या के कारण त्वचा में बदलाव हो सकते हैं। इसके कारण बालों में बालों में भी बदलाव होते हैं, इनसे बालों का रूखा हो जाना, झड़ना जैसी समस्या होती हैं। त्वचा पर पपड़ी का जमना या बुरी तरह रूखा हो जाना आदि शामिल हैं। सामान्य तौर पर बालों का बढ़ना भी थायराइड ग्रंथि से प्रभावित होता है।
7-आंतों में गड़बड़ी
हाइपोथायराइडिज्म और हाइपरथाइराइडिज्म दोनों ही आंत की गड़बड़ी के कारण हो सकते हैं, क्योंकि दोनों ही खाना पचाने और मल-मूत्र के विसर्जन करने के लिए शरीर की प्रमुख क्रियाओं मे शामिल होते हैं। जो लोग अंडरएक्टिव थॉयराइड से पीडि़त होते हैं उन लोगों को अक्सर आतों की क्रियाओं से परेशानी होती है जिसका परिणाम कब्ज होता है। इसके कारण डायरिया की समस्या भी हो सकती है।
8-मासिक धर्म में अनियमितता
अंडरएक्टिव व ओवरएक्टिव दोनों ही तरह की थॉयराइड की समस्या में महिलाओं का मासिक धर्म अनियमित हो जाता है। इसके लक्षणों मे बदलाव इस बात पर निर्भर करता है कि मरीज हाइपोथायराइडिज्म और हाइपरथायराइडिज्म में से कौन सी समस्या से परेशान है। जब महिलाओं में अंडरएक्टिव थॉयराइड होता है तो कई बार उन्हें मासिक धर्म धीरे या नहीं होता है। वहीं ओवरएक्टिव थायराइड में मासिक धर्म सामान्य से अधिक होने लगता है।
9-अवसाद
अवसाद या बैचेनी भी थॉयराइड की ओर इशारा करती है, हांलाकि ये कारण इसकी जांच के लिए काफी नहीं है। अवसाद के साथ-साथ अधिक नींद आना या अनिद्रा की समस्या देखने को मिलती है। अंडर एक्टिव थायराइड में मूड में बदलावों की समस्या ज्यादा रहती है। इसके कारण आलस, काम में मन न लगने, आदि समस्या होती है।
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