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Thursday, 28 July 2016

सेक्स में दिलचस्पी न होना: पांच मुख्य तथ्य

  1. Sex? No thanks! Asexuality: top five facts
    यदि आपको सेक्स की ज़रूरत महसूस नहीं होती और किसी के लिए आकर्षण भी नहीं है तो आप एसेक्शुअल हैंI यह स्थिति खुद अपनी मर्ज़ी से सेक्स न करने का फैसला करने से भिन्न हैI असेक्सुअलिटी दुर्लभ स्थिति भी है- केवल एक प्रतिशत लोग एसेक्शुअल हैंI 
  2. आकर्षण और कामोत्तेजना 
    विकिपीडिया के अनुसार "एसेक्शुअलिटी किसी के लिए भी शारीरिक आकर्षण के अभाव और सेक्स में बिलकुल दिलचस्पी न होने की स्थिति को कहते हैंI"
    लेकिन हमेशा की तरह, ये उतना सरल मुद्दा नहीं हैIजैसे आकर्षण का उदाहरण लीजियेI कुछ एसेक्शुअल लोग आकर्षण महसूस करते हैं, सम्बन्ध भी रखना चाहते हैं, बस सेक्स नहीं नहीं करना चाहतेI जबकि दूसरे एसेक्शुअल न आकर्षण महसूस करते हैं न ही उनकी किसी से कोई सम्बन्ध रखने की चाह होती हैI
    और जहाँ बात कामोत्तेजना की है, तो भी कोई सीधा फार्मूला नहीं हैI कुछ एसेक्शुअल लोग नियमित रूम से कामोत्तेजना महसूस करते हैं लेकिन उनकी इस उत्तेजना के पीछे किसी और व्यक्ति से सेक्स करने की लालसा नहीं होतीI वहीँ कुछ दूसरे एसेक्शुअल लोग नियमित रूप से हस्तमैथुन करते हैं, और कुछ ऐसे भी हैं जिन्हे कामोत्तेजना ही नहीं होतीI
  3. ब्रह्मचर्य, सेक्स, सम्बन्ध और एसेक्शुअलिटी
    यदि कोई व्यक्ति अपनी मर्ज़ी से, व्यक्तिगत या धार्मिक कारण से सेक्स से दूर रहने का फैसला करता है तो वो ब्रह्मचारी हैI ब्रह्मचर्य और एसेक्शुअलिटी अलग अलग चीज़ें हैं. ब्रह्मचर्य का पालन कर रहे लोगों को सेक्स की इच्छा होना संभव है लेकिन एसेक्शुअल लोगों को ये इच्छा ही नहीं होतीI
    सभी एसेक्शुअल ब्रह्मचारी नहीं होते. संभव है की कुछ एसेक्शुअल लोग सेक्स करते होंI इसकी वजह उनके पार्टनर की ख़ुशी या फिर संतान उतपत्ति हो सकती हैI
    बहरहाल, जहाँ कुछ एसेक्शुअल कभी-कभार सेक्स कर लेते हैं, कुछ दूसरे सेक्स से नफरत करते हैंI मतलब सेक्स करना उन्हें असहज लगता है और इसके ख्याल भर से ही उन्हें घिन्न आना संभव हैI
  4. बदलाव की आशा न रखें
    वैज्ञनिक तबके में अभी भी यह चर्चा जारी है की एसेक्शुअलिटी एक प्रकार की सेक्स अनुस्थिति है या नहीं? लेकिन एक बात पर कोई संदेह नहीं है, वो यह की ये अनुस्थिति बदलती नहीं हैI ऐसा नहीं है की 'सही व्यक्ति' से मिलकर अचानक उनका रुझान बदल जायेI एसेक्शुअल लोग जन्म से एसेक्शुअल ही होते हैंI और इसके किसी प्रकार के इलाज की सम्भावना अभी तक ज्ञात नहीं हैI
  5. इसकी वजह क्या है?
    बहुत से एसेक्शुअल लोग अपनी स्थिति के बावजूद पूरी तरह खुश और संतुष्ट होते हैंI  एसेक्शुअल होने से आपके व्यव्हार में कोई बदलाव नहीं आता, सिवाय आपके सेक्स व्यवहार केI और किसी को देख कर ये अंदाज़ा लगन नामुमकिन है कि वो एसेक्शुअल हैI
  6. मुझे कैसे पता चलेगा कि मैं एसेक्शुअल हूँ?
    आप अपने आप को एसेक्शुअल मानते हैं या नही ये केवल आप पर निर्भर करता हैI क्यूंकि अंततः उए एक व्यक्तिगत अनुस्थिति हैI इसका निर्णाय भी केवल आप खुद ही ले सकते हैंI इसका पता लगाने के कोई निश्चित टेस्ट नहीं हैंI कुछ संकेत अवश्य हो सकते हैं जैसे कि किसी भी व्यक्ति के लिए आकर्षण न होना, लेकिन अंत में ये निर्णय लेने वाले केवल आप खुद ही हैंI

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