यदि आप भी उन लोगों में से हैं जो अपने बढ़ते हुए वज़न को ले के परेशान हैं
तो जाहिर कि आप इसकी वजहों को जानने में interested होंगे.और यदि आप इस
असमंजस में हैं कि आपका वज़न सही है या नहीं तो कृपया इस पढ़ें : कैसे जानें आपका वज़न सही है या नहीं ?
Weight बढ़ने का विज्ञान बड़ा सीदा-साधा है. यदि आप खाने-पीने के रूप में जितनी Calories ले रहे हैं उतनी burn नहीं करेंगे तो आपका weight बढ़ना तय है. दरअसल बची हुई Calorie ही हमारे शरीर में fat के रूप में इकठ्ठा हो जाती है और हमारा वज़न बढ़ जाता है
3. अनुवांशिक(Genetics) कारण:
यदि आपके माता-पिता में से किसी एक का भी वज़न बहुत ज्यादा है तो आपका
वज़न भी ज्यादा होने की सम्भावना बढ़ जाती है. इसके आलावा genetics का असर
आपको कितनी भूख लगती है, आपके शरीर में कितना far और muscle है , पर भी
पड़ता है. यह व्यक्ति के metabolic rate और उसका शरीर inactive होने पर
कितनी कैलोरी जलाता है इस पर भी प्रभाव डालता है
Weight बढ़ने का विज्ञान बड़ा सीदा-साधा है. यदि आप खाने-पीने के रूप में जितनी Calories ले रहे हैं उतनी burn नहीं करेंगे तो आपका weight बढ़ना तय है. दरअसल बची हुई Calorie ही हमारे शरीर में fat के रूप में इकठ्ठा हो जाती है और हमारा वज़न बढ़ जाता है
1. खान–पान : Weight
बढ़ने का सबसे प्रमुख कारण होता है हमारा खान-पान. यदि हमारे खाने में
कैलोरी की मात्र अधिक होगी तो वज़न बढ़ने के chances ज्यादा हो जाते हैं.
अधिक तला-भुना , fast-food, देशी घी, cold-drink आदि पीने से शरीर में
ज़रुरत से ज्यादा calories इकठ्ठा हो जाती हैं जिसे हम बिना extra effort
के burn नहीं कर पाते और नतीजा हमारे बढे हुए वज़न के रूप में दिखाई देता
है. यदि आप इस बात की जानकारी रखें कि आपके शरीर को हर दिन कितने कैलोरी की
आवश्यकता है और उतना ही consume करें तो आपका weight नहीं बढेगा.
2. Inactive होना : अगर
आपकी दिनचर्या ऐसी है कि आपको ज्यादा हाथ-पाँव नहीं हिलाने पड़ते तो आपका
weight बढ़ना लगभग तय है. ख़ास तौर पर जो लोग घर में ही रहते हैं या दिन भर
कुर्सी पर बैठ कर ही काम करते हैं उन्हें जान-बूझ कर अपनी daily-life में
कुछ physical activity involve करनी चाहिए. जैसे कि आप lift की जगह
सीढ़ियों का प्रयोग करें, अपने interest का कोई खेल खेलें , जैसे कि
badminton, table-tennis, इत्यादि. यदि आप एक treadmill या एक gym cycle
afford कर सकें और उसे नियमित रूप से प्रयोग करें तो काफी लाभदायक होगा.
वैसे सबसे सस्ता और सरल उपाय है कि आप रोज़ कुछ देर टहलने की आदत डाल लें.
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