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Saturday, 30 July 2016

मेरी बीवी समलैंगिक है

मेरी बीवी समलैंगिक है

Two women holding hands
विवाह के कई वर्षों के बाद मैंने जाना कि वो महिलाओं की ओर आकर्षित है।जीवन में ऐसे पड़ाव में पहुँचकर जबकि आप शादीशुदा है और कई बच्चे भी हो चुके हों, यह एहसास होना कि आप समलैंगिक हैं, सदमे से भरा हो सकता है।
 हालांकि एक संस्था ऐसे लोगों और उनके परिवारों की सहायता करती है इस सच्चाई का सामना करने में।
‘‘मैंने अचानक ये जाना कि मुझे महिला से प्यार हो रहा था।’’ ऐन का कहना है। शुरुआत में  मैं अपने इस अजीब से आकर्षण को समझ नहीं पा रही थी। एक दोस्त ने कहा ‘‘इसमें कोई बड़ी बात नहीं। तुम समलैंगिक हो,’’ मानो ऐन के पांव के नीचे धरती खिसक गई।
प्रेम दीवानी
ऐन 25 सालों से शादीशुदा थी, लेकिन पति के स्पर्श से कभी अच्छा महसूस नहीं कर पाई थी। ‘‘हम सेक्स विशेषज्ञ से मिले क्योंकि मैं अपने पति के साथ किस प्रकार का शारीरिक सुख अनुभव ही नहीं कर पा रही थी। मुझे घिन आती थी। हमें संभोग शुरुआत से दुबारा सीखना पड़ा। हम सेक्स से जुड़ी किताबें लाये, फिल्में देखीं, लेकिन कोई असर नहीं हुआ’’
‘‘और फिर मेरे इस ईलाज के दूसरे साल में, मुझे अपनी चिकित्सक से प्यार होनेलगा। हालांकि वो भी संलैंगिक थी, लेकिन उस समय मैं ये नहीं जानती थी। मुझे वाकई उनसे गहरा प्यार हो गया। उसके छुने से मेरे शरीर खिल सा उठा। मैं एकबार फिर किशोर जैसा महसूस करने लगी।’’
सलैंगिकता क्या अस्थाई है?
ऐनकी स्थिति अनोखी नहीं है। होलैंड में (आबादी 16 मिलियन) एक लाख लोग ऐसे हैं तो सामान्य शादी होने के काफी समय बाद ये जान पाते हैं कि असल मेंवो समलैंगिक हैं। एक बहुत बड़ी समस्या ये है कि यह पता लगने के बाद आखिर वैसी जानकारी का क्या करें?
‘‘मुझे अपने पति को ये बताने की हिम्मत जुटाने में काफी समय लगा लेकिन एकदिन मैंने हिम्मत कर ही दी,’’ ऐन कहती है। शुरू में उन्होंने इस बात कोटालने की कोशिश की। वे बोले, ‘‘यह एक स्थाई चरण है। जल्दी ही गुजर जायेंगे। उन्होंने मुझे यह बात किसी से नहीं कहने दी, हमारे अपने बच्चों से भी नहीं। और फिर मैंने एक दिन उनसे कहा जान मैं आपके साथ रहना जरूर चाहती हूँ, लेकिन एक बहन और भाई की तरह। मैं आपके साथ अपना बिस्तर नहीं बांट सकती। ये शब्द उनके लिए काफी मुश्किल थे।’’
अपनी लैंगिकता को जानें
ये होने के बाद ऐन और जान ने ऑरफेउस फाउंडेशन से संपर्क किया। ये संस्था ऐसे लोगों और उनके परिवार को इस नये सच से जुझने में मदद करती है।वो इस बारे में अपने बच्चों या परिवार को बताने के बारे में सलाह देते हैं।
वो युगलों को ऐसी स्थिति में अपना रिष्ता बनाये रखने के बारे में भी सलाहदेते हैं। कुछ लोगों में इस सच को स्वीकारने की क्षमता होती है, कुछ में नहीं। ऐन और जान इसे नहीं संभाल पाये और नई खोज के फलस्वरूप उनकी शादी टूट गई।
ये प्रक्रिया मुश्किल और दर्दनाक तो है, लेकिन ऐनका कहना है कि उनके भीतर इस सत्य को झेलने और इस स्थिति को संभाल पाने की हिम्मत थी। ‘‘अपने पति को छोड़ना आसान नहीं था, लेकिन एक राहत भी थी क्योंकि अब मैं वाकई अपने आप से मिली थी। मैं कौन हूँ - ये जान लेना सचमुच एक अच्छा एहसास था

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